दोस्तों मुंबई में बाढ़ का नाम सुनते ही एक अलग ही दृश्य सामने आता है। जहां एक तरफ शहर पानी में डूबा हुआ होता है, वहीं दूसरी तरफ लोगों की भावनाओं का सैलाब भी उमड़ता है। ऐसे में, प्यार में डूबी हुई “पगली शायरी” इस स्थिति को और भी भावनात्मक बना देती है। इस लेख में, हम आपके लिए “मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी” लाएं हैं और विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे बाढ़ और शायरी का यह संगम लोगों के दिलों को छू जाता है।
मुंबई की बाढ़ और पगली शायरी: एक अनोखा मेल
दोस्तों मुंबई शहर जो अपनी तेज़ रफ्तार जिंदगी और व्यस्तता के लिए अच्छे से जानी जाती है, ये बाढ़ के समय थम सी जाती है। हर साल बारिश के मौसम में मुंबई शहर बाढ़ की चुनौतियों का सामना करता है। ऐसे में जब एक प्रेमी या प्रेमिका बाढ़ की तस्वीरें देखता है, तो दिल से निकली पगली शायरी उस क्षण को और भी खास बना देती है। ये शायरी उस प्यार की गहराई को दर्शाती है, जो किसी के बिना अधूरा सा महसूस होता है।
मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी
कहीं फिसल न😌जाओ…
जरा संभल के चलना….
मौसम बारिश🌧️का भी है,
और मोहब्बत💞का भी…।।
कच्ची मिट्टी का बना होता है,
उम्मीदों का घर..,
ढह जाता है हकीकत की🌧️बारिश में अक्सर।।
मुंबई के सैलाब में हर गली है वीरान,
पगली तेरे बिना मेरी जिंदगी भी लगती है सुनसान।।
बाढ़ ने शहर को डूबोया पगली,
पर मेरे दिल💓की बाढ़🌧️तो…,
तेरे इंतजार में ही आई है..।।
कुछ नशा तेरी बात का है..
कुछ नशा धीमी🌧️बरसात का है
हमें तुम यूँही पागल मत समझो..
यह दिल💓पर असर पहली मुलाकात का है।।
बारिश से मोहब्बत💞मुझे कुछ इस कदर है,
वो बरसता🌧️उधर है,
और मेरा दिल आपके लिए धड़कता इधर है।।
बारिश की बूँदें🌧️तेरी यादों की तरह सजीव हैं,
तेरे साथ बिताए पल हर लम्हा अद्भुत हैं।
रिमझिम बूँदों में बसा है प्यार💞हमारा,
तेरे बिना ये मौसम लगता है अधूरा।।
बारिश की हर बूँद में, तेरा नाम सुनाई देता है,
तेरे बिना ये मौसम, दिल को नहीं भाता है,
तेरे साथ बिताए पल, जैसे बरसात की मिठास,
तू हो पास तो हर बूँद लगती है खास।।
कुछ ख्वाब बारिश की तरह होते हैं,
ज़मीं पर गिरने से पहले ही…,
हवा में खो जाते हैं।।
जब भी बारिश आती हैं,
ख्यालों में तुम आते हो…,
हवा बनकर तुम प्यारी सी,
दिल की धड़कन बन जाते हो..।।
मुंबई की गलियों में बाढ़ का सैलाब,
पगली, तेरे बिन भीगती हैं…,
मेरी यादें हर हिसाब…!!
पानी में डूबा शहर,
आँखों में बस एक ही ख्वाब,
पगली, अब तो ये बाढ़ भी…,
तुझे याद कर रही है बेहिसाब।।
बारिश का पानी हर जगह भर गया पगली,
तेरे बिना दिल💓का सुकून भी कहीं खो गया।।
याद आई वो पहली🌧️बारिश…,
जब तुझे एक नज़र देखा था…!!
जब बारिश की बूंदें..,
तुम्हारी यादों के साथ गिरती हैं,
तो दिल💓में तन्हाई की…,
आहट सी सुनाई देती है…!!
बारिश और किसी की याद…
ज्यादा आ जाए तो सैलाब आता है,
एक में बूंदों का दूसरों में🥺आसुंओं का।।
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निष्कर्ष
“मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी” ये सिर्फ एक कीवर्ड नहीं है, बल्कि ये उस हिम्मत और हँसी का प्रतीक है, जो मुंबइ वाले बाढ़ के कठिन समय में भी नहीं खोते। इस शायरी में वह दर्द, व्यंग्य, और हास्य होता है, जो लोगों को एकजुट करता है और उन्हें हर मुश्किल समय को भी आसानी से पार करने की शक्ति देता है। सोशल मीडिया पर वायरल होती ये शायरी इस बात का प्रमाण है कि लोग मुश्किल समय में भी हँसने और दूसरों को हँसाने का रास्ता ढूंढ ही लेते हैं।