sad shayari hindi : दोस्तों sad shayari हमारे संवेदनाओं को अपने अल्फाज़ों में पिरोकर बयां करने का एक माध्यम है। इसके माध्यम से हम अपनी खुशी, दुःख, प्यार और दर्द को अन्यों के साथ साझा करते हैं। शायरी की एक विशेष शैली है “सैड शायरी” जो कि गहरे दुख और असंतोष को व्यक्त करती है।
जब हम उदास होते हैं या किसी दुखी पल से गुजर रहे होते हैं, तो सैड शायरी हमें उस दर्द को साझा करने का अवसर देती है। यह न केवल हमें अपनी भावनाओं को समझने में मदद करती है, बल्कि दूसरों को भी हमारे दर्द को समझने में सहायता प्रदान करती है।
New Heart Touching Sad shayari
पत्थर की दुनिया जज्वात नहीं समझती
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती।।
अगर खुदा ने पूछा
तो कह देंगे हुई थी मोहब्बत,
मगर जिससे हुई
हम उसके काबिल न थे..।।
उन लोगों का क्या हुआ होगा,
जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा
किनारे पर खड़े लोग क्या जाने,
डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा।।
अपना बनाकर फिर कुछ दिन में
बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे तो मजबूरी
का बहाना बना दिया।।
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे
जितना जी चाहे सता लो मुझको
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।।
तुम पर भी यकीन है
और मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है,
हमें दोनों का इंतजार है।।
याद में तेरी आँहें भरता है कोई
हर सांस के साथ तुझे
याद करता है कोई,
मौत तो सचाई है आनी ही है
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़,
मरता है कोई…।।
अब तो बस तेरी यादों का सहारा है
कोई मंजिल नहीं तू ही एक किनारा है
हो सके तो मेरे खयालो मैं आना मेरे हमदम
मरने के बाद बस तू ही एक सहारा है..।।
छू गया जब कभी ख्याल तेरा,
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,
और घर देर तक महकता रहा..।।
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
जीते थे हम भी कभी शान से,
महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से,
मगर फिर गुज़रे उस मुकाम से
कि नफ़रत सी हो गई,
मोहब्बत के नाम से….!!
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई है
खामोशियों की आदत हो गई है
ना शिकवा रहा ना शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत
जो इन तन्हाईयों से हो गई है…!!
हम अपना दर्द किसी को कहते नही
वो सोचते हैं की हम तन्हाई सहते नही
आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे
क्योकि सूखे हुवे दरिया कभी बहते नही..!!
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी..!!
जरा सी गलतफहमी पर
न छोड़ो किसी अपने का दामन,
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है,
किसी को अपना बनाने में..!!
अब टूट गया दिल
तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था पसंद,
अब सवाल क्या करें…!!
जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा,
टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी,
सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना,
मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी।।
लम्हे जुदाई के बेकरार करते हैं
हालात मेरे मुझे लाचार करते हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी
हम खुद कैसे कहे की,
आपसे प्यार करते हैं….!!
हम हंसते तो हैं लेकिन सिर्फ
दूसरों को हंसाने के लिए
वरना ज़ख्म तो इतने हैं कि
ठीक से रोया भी नही जाता।।
एक दिन इस दुनियाँ से हम चले जायेंगे
हजारों तारों में हम आपको नज़र आयेंगे,
आप कोई ख्वाइश खुदा से माँगना,
हम उसे पूरा करने के लि,
उसी वक्त टूट जायेंगे…!!
कांटो सी चुभती है तन्हाई
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई..।।
मुस्कुराने का मन तो बहुत करता है,
लेकिन बीता हुआ कल,
फिर से रुला देता है…!!
तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद,
जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद
ना पड़े किसी को किसी की आदात इतनी
कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद..!!
कभी तो आओ मेरे दर्द की
तस्वीर देखने,
इसे बनाने वाले हाथ बेशक मेरे थे,
पर कारीगरी तुम्हारी थी…!!
ऐसे गये दिल की ज़मी बंजर कर के
आज तक कोई फूल ना खिल सका
बस्ती बस्ती लोग मिले हमराह मगर
फिर कभी तेरा पता ना मिल सका..।।
वो नही आती पर अपनी निशानी
भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।।
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही
वो मुझे चाहे या मिल जाये जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही..!!
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